Tuesday, 4 March 2025

Sahajayoga Literature

 Sahajayoga Literature.

सहजयोग वाङमय l सहजयोग किताबे l


सहजयोग literature इस साहित्य के बारेमें प.पू.श्री माताजी निर्मला देवीने कहाँ हैं l 

" You must read some chapters at least of Advent if not anything else. There are so many books you can read, I have told you.Try to make your own library. Try to improve in it. Everybody must try to get perfection - perfectionism."

आपको पूर्ण और परिपूर्ण होना हैं l



" You have to listen my audios and videos again and again. Sit down with your paper and pencil, see for yourself what I am saying. "

आदिशक्ती माताजी श्री निर्मला देवीने हमें पुरा 

आध्यात्मिक विश्व सहज तरिकेसे खोलकर दिखाया हैं l  अब उसका अनुभव लेना , उसकी अनुभूती लेना यह हमारा कर्तव्य हैं l 


5 मे 1970 से लेकर 23 फेब्रुवारी 2011 इन 41 बरसोमें श्री माताजींने सहजयोग पब्लिक प्रोग्राम्स और पूजाकी माध्यमसे पुरे विश्वमें 2000 से जादा स्पीचेस दी हैं l हमें इस बातकी खुषी होनी चाहिये की, ये सभी स्पीचेस आजभी ऑडिओ और व्हिडिओके स्वरूपमें उपलब्ध हैं l आखरी एक, दो सालका अपवाद छोडा तो भी  श्री माताजींने हर साल 50 पब्लिक प्रोग्राम या  पूजामें स्पीचेस दी हैं l जरा सोचिये श्री माताजीने यह कितना बडा कार्य किया हैं  l 


अगर हमें मूल सहजयोगका दैवी आनंद लेना हैं तो श्री माताजींके ओरिजिनल स्पीचेस के Audios और videos सुनेने चाहिये और देखने भी चाहिये l आज सहजयोगका इतनी बडी मात्रामें जो literature निर्माण हुआ हैं वो मुख्यत: श्री माताजींके        अमृतवाणीपर और श्री माताजींने खुद जो महान ग्रंथ लिखे हैं उसीके आधारपर हैं l 


आज सहजयोगके बारेमें जो literature 

उपलब्ध हैं वो अगर हम देखेंगे तो हमें आश्चर्य होगा इतना वो जादा मात्रामें हैं l


अब जरा इस लिस्ट को गौरसे सुनीये l 


1) सहजयोग ग्रंथ या किताबे - 68 से जादा.

2) मंथली - 

-निर्मला योगा - 27 किताबे l

-Divine cool breeze - 143 किताबे l

-Yuva Drusti - 52 किताबे l

-चैतन्य लहरी - 169 किताबे l 

-News letters - 55 किताबे l 


3) अनुवादीत अमृतवाणी - 1127

4) संगीत, भजन, कव्वाली, स्तोत्र, instrumentals - 223.

5) Resources - 


A) Sahajayoga public program - लेने के लिए सूक्ष्म शरीर, चक्र तथा नाडिया, सहजयोग के बारेमें उपयोगी literature उपलब्ध हैं l


B) Corporate program कैसा लेना चाहिये l


C) School program  कैसा लेना चाहिये l


D) Medical Professionals Program कैसा लेना चाहिये l


6) Sahajayoga handouts drafts.


7) Eight weeks course schedule.


8) Charts & banners drafts.


9) Realization videos. 

खुद श्री माताजींने  सेल्फ रियलायझेशन दिया हैं ऐसे यहाँपर बीस व्हिडिओज् हैं l 


कबेला, लिगुरे यहाँपर जो ट्रस्ट हैं उनकेद्वारा shrimatajifoundation.org  

हैं उन्होने बुक्स पब्लिकेशनका एक प्रोजेक्ट सुरु किया हैं l  

श्री माताजींने सहजयोगीयोंके लिए प्रत्येक देवी देवता नुसार बहुत सारी पूजांये कराई हैं l वहाँपर देवता, पूजा अनुसार ग्रंथ निर्माण किये जा रहे हैं l जैसे की, 

1) श्री गणेश पूजा ग्रंथ - 

इसमें श्री माताजीकी श्री गणेश स्वरूप में विश्वभरमें 1980 से 2009 तक

जीतनीभी  पुजाए हुई हैं उसके A4 साईज के सात ग्रंथ पब्लिश किये हैं l 

2) Nirmal Dhyana.

3) Nirmal Chitta.

4) Nirvichara.

5) Nirvikalpa.

इस प्रकारके अनेक ग्रंथों का वहाँपर निर्माण हुआ हैं l 


श्री माताजीने कहाँ हैं, हरएक सहजयोगीने सहजयोग किताबोंकी  खुदकी लायब्ररी तय्यार करनी चाहिये l 

आजकल सोशल मीडियाकी वजहसे 

सहजयोग साहित्य बहुत आसन तरिकेसे उपलब्ध हो रहा हैं l  सच कहे तो यही मेजर प्रॉब्लेम हैं l  जो चीज आसनीसे उपलब्ध होती हैं, उसे हम उतनीही आसनीसे 

इग्नोर कर सकते हैं l 


श्री माताजीने कहाँ हैं, "सहजयोग का अर्थ क्या हैं l"

" सहजयोग यह एक ध्येय हैं l" जो हमें प्राप्त करना हैं l 

"सहजयोग यह एक धर्म हैं l " जिसका हमें आचरण करना हैं l 

"सहजयोग यह एक being हैं l"

Being का मतलब, सचमूच सहजयोगी होना,अच्छि बॅलन्स स्थिती में रहना , सही तरिकेसे सहजयोग जीना l 


सहजयोगमें हमारा विचारसे निर्वीचार तक और निर्वीचारसे निर्विकल्प तक प्रवास होता हैं l सहजयोगमें हमारा सविकल्पसे निर्विकल्प तक प्रवास होता हैं l 


श्री माताजी शुद्ध मराठी, हिंदी और इंग्लिश भाषांये बोलती थी l  इसलिये मुख्यत: यह तीन भाषायोंमें बहुत सारी किताबे उपलब्ध हैं l लेकिन आपको यह जानकर बडा आश्चर्य होगा की, श्री माताजीके अनेक प्रवचनोंका , सहज भजनोंका तेलगू, बंगाली, चायनीज, जापनीज, रशियन, इ. भाषायोंमें अनुवाद हुआ हैं l श्री माताजी भारत की मराठी आणि हिंदी भाषा  पुरे विश्वमें लेकर गयी l आज जब परदेशी सहजयोगी गणपती मंदिरमें या महालक्ष्मी मंदिरमें जब मराठीमें श्री गणेश अथर्वशीर्ष, जोगवा गाते हैं तब सुनेने वाले आम लोगोंको बडा  आश्चर्य लगता हैं l


श्री माताजींने खुद छे - सात महान ग्रंथ लिखे हैं l हम सभीके लिए यह ग्रंथ  गीता, कुराण, बायबलच जैसे महान ग्रंथ हैं l 

श्री माताजींने खुद लिखे यह ग्रंथ हर एक सहजयोगीयोंके घरमें होने चाहिये l और प्रत्येक सहजयोगीने वो पढने चाहिये l


श्री माताजीने लिखे ग्रंथके नाम हैं l 


1) 'Cooking with love'. 'अन्नपूर्णा'.

2) 'Education Enlightened'.

इस किताबमें आत्मसाक्षात्कारी शिक्षण कैसे होना चाहिये इसका एक आदर्श उदाहरण श्री माताजींने दिखाया हैं l  धरमशाला और बाकी जगहपर जो सहज स्कूल्स हैं वहाँपर बच्चोको इसी आधारपर शिक्षा दी जा रही हैं l


3) 'Meta Modern Era'. 'परा आधुनिक युग'.

4) 'Sahajayoga'. 'सहजयोग'.

5) 'The Book of Adishakti'.☑️

इस किताबमें चक्र और पंखडियोंके बारेमें बडी विस्तारसे जाणकारी दी हैं l 

प्रत्येक चक्रके प्रत्येक पंखुडीके नीचे कार्य करनेवाले ऑर्गन्सके नाम  दिये गये हैं l 

यह शास्त्रीय ज्ञान अद्भुद हैं l 

6) 'Creation'. 'सृष्टीचे सृजन'.

7) 'Navratri Talks'. 'नवरात्री प्रवचन'. यह श्री माताजींके नवरात्रीमें दिये गये प्रवचनोंका संग्रह हैं l


सहजयोगाका ग्यान ( Knowledge ),सुज्ञता (Wisdom ),और अनुभूती ( Divine Experience ) देनेवाले किताबोंका अगर हम वर्गीकरण करे तो इस साहित्यने मानवी जीवनके सभी आयामोंका परामर्ष लिया हैं l


अगर हम इन्सानके सभी आयाम देखे तो उसमें...आता हैं l 


1) आरोग्य. Physical Quotient.(PQ)

हमें क्या चाहिये होता हैं ? तो वो हैं ...

सर्वोत्तम आरोग्य l

2) मस्तीस्क. Intellectual Quotient.(IQ)

हमें क्या चाहिये होता हैं ? तो वो हैं ...

सर्वोत्तम होशियारी l

3) भावनाये . Emotional Quotient.(EQ)

हमें क्या चाहिये होता हैं ? तो वो हैं l

सर्वोत्तम प्रेम,स्नेह,आपुलकी,जिव्हाळा, माया.

4) आध्यात्म. Spiritual Quotient.(SQ)

हम सबको चाहिये सर्वोत्तम आध्यात्मिक प्रगती. 

हम सबको श्री माताजींका सानिध्य, सामिप्य, सालोख्य और परमेश्वरी शक्तीसे तादात्म्य होना हैं l


हररोज दिनमें दो बार ध्यान करनेकी अच्छि आदत अगर हम खुदको लगाते हैं तो उपर दिये गये चारों एरियाज् में आपकी प्रगती होना तय हैं l 


आयाम नुसार लिस्ट ऑफ बुक्स...


A ) आहार, प्रेम - (PQ) (EQ) आहार का और लिव्हरका निकटका संबंध हैं l श्री माताजीने कहाँ हैं l सहजयोगीयोंके लिए तीन चीजे महत्वपूर्ण हैं l 

1)बुद्धी 

2)हृदय और 

3) लिव्हर.

श्री माताजींने स्पीचेसमें बहुत बार लिव्हर डाएटका जिक्र किया हैं l ऐसेही खाद्यपदार्थ खाने चाहिये जो लिव्हरको थंडा रखनेकी सहायता करेंगे l श्री माताजींने 'निर्मल सुरभी' इस किताबमें लिव्हर डाएटकी लिस्ट दी हैं l  हेल्दी खायीये और हेल्दी राहिये l 

प्रेम यह सहजयोगाका आधार हैं l एक कहावत हैं की, प्रेमका रास्ता पेटसे गुजरता हैं l इस विषयपर आधारित किताबे...

1) 'Cooking with love'. अन्नपूर्णा.

2) 'Hope, Faith, Love'.

आदरणीय कल्पना दीदीने लिखी किताब का नाम हैं l - "Recipes of  Shree Mataji.'


B)शिक्षा,बच्चे और युवाशक्तीका संगोपन -(IQ)

3) 'Education Enlightened'.

4) 'Raising Children in Sahajayoga'.

'सहजयोग में बच्चो की परवरीश'.

5) 'प्रबोधित शिक्षा '.

6) 'Children Colouring Book'.

7 to 9) 'H.H.Shree Mataji Nirmala Devi - Pictorial History.' Part l ☑️ ll ☑️to lll ☑️

यह तीनों किताबे श्री माताजींका चित्रमय इतिहास हैं l बाबामामांके 'माय मेमोरीज ' इस किताबपर आधारित यह चित्रमय सफर हैं l सबने पढनी चाहिये ऐसी ये किताबे हैं l विशेषत: छोटे बच्चे, युवाशक्तीने यह किताबे जरुर पढनी चाहिये l 


C) जीवन के बारेमें उपदेश, महिला शक्ती - ( IQ )(SQ)

महिला शक्ती का मतलब हैं श्री गृहलक्ष्मी,श्री राजलक्ष्मी, श्री जगदंबा,श्री दुर्गा इस प्रकारके अनेक रूप l 

श्री माताजीने दो तरहके ऊर्जायोंका जिक्र किया हैं l 

एक - स्टॅटिक एनर्जी, और 

दोन - कायनेटिक एनर्जी.

देवोमें जो एनर्जी हैं  वो स्टॅटिक एनर्जी कहलाती हैं, और देवीमें जो एनर्जी हैं वो कायनेटिक एनर्जी कहलाती हैं l देवोमें जो स्टॅटिक एनर्जी हैं उसे कायनेटिक एनर्जीमें कन्व्हर्ट करनेका काम देवी करती हैं l इसलिये  देव से देवी महान और पुरुष से स्त्री महान l  इसीलिये श्री माताजी हमेशा कहती हैं, स्त्री का हमेशा आदर, सन्मान करना चाहिये l 


10) 'Gita Enlightened'.

साक्षात्कारी गीता.☑️

11) 'Great Women of India'.

12) 'Men and Women in Sahayoga.

हिंदी आवृत्ती हैं l 


D) सभी धर्मोमें चैतन्य और समाधी योग के बारेमें बताया गया हैं l (IQ)(SQ)

सहजयोग क्या हैं l 

Sahajayoga is best of all religions. 

सभी धर्ममें जो सर्वोत्तम हैं वो सहजयोगमें हैं l 


13) 'Islam Enlightened'.

14) 'Realized Saints'.

15) 'The Light of Koran'.

16) 'The Light of the World '.


E) सहज विवाह, कुटुंब व्यवस्था -( EQ)

17) 'Marriages in Sahajayoga'. हिंदी.


हरएक युवा, युवतीने और विवाहित पती, पत्नीने,'सहजयोग लग्न विधी' को पढना चाहिये l इसमें लिखी गयी सप्तपदी यह बेस्ट मॅरेज प्रोटोकॉल्स हैं l इन मॅरेज प्रोटोकॉल्स का पालन करेंगे तो सभी मॅरेजेस सक्सेसफुल होंगे l 


F) सूक्ष्म शरीर वैद्यकीय शास्त्र, आरोग्य -( PQ)

18) 'Medical Science Enlightened'. हिंदी, मराठी.☑️


G) भारतीय शास्त्रीय संगीत,भजन,भक्ती- (EQ)

भारतीय शास्त्रीय संगीत को उदात्त माना जाता हैं l इस संगीत को विशाल और समृद्ध परंपरा हैं l शास्त्रीय संगीत में आनंद  हैं l सहज संगीत का मतलब हैं दैवी आनंद l 

मनःशांती, मनःशुद्धी, रोगमुक्ती, ताण -तणाव, दबाव मुक्त रहनेके लिए संगीतका उपयोग होता हैं l भारतीय शास्त्रीय संगीत की वजहसे धरती पर स्वर्गकी अनुभूती होती हैं l संगीत ध्यान, धारणा, समाधी के लिए बहुत लाभदायक होता हैं l 


पहले साप्ताहिक ध्यान केंद्रमें , पूजामें सब सामूहिकता भक्तीभावासे सहज भजन गाया करती थी l  सबके हातमें 'निर्मलांजली 'हुआ करता था l 

अब बहुत सारे सहजयोगीयोंने यह काम म्युझिक ग्रुपपर छोड दिया हैं l सिर्फ म्युझिक ग्रुप गाता हैं और बाकी सहजयोगी उसे मनोरंजन की तरह देखते हैं l सभी सहजयोगीयोंने म्युझिक ग्रुपके साथ भजन गाणे चाहिये l 


19) 'Music and Sahajayoga'.☑️

20) 'निर्मला स्वरांजली'.☑️

21) "निर्मला गीत '.☑️

22) 'सहज गीत'.☑️


H) आजका महान योग - सहज योग- (SQ)

नीचे दिये गयी सभी किताबे  श्री माताजींने जो 2000+ प्रवचने दी हैं  उसपर आधारित हैं l


23) 'The Advent'. "अवतरण'.

24) 'The Third Advent'.

25) ' Nirmla Fragrance '. 

'निर्मला सुरभी '.☑️

26) 'Shree Kalki'.

27) ' Sahaja Bramhavidya'.

28) 'Sahaja Gyan Pradeep'.

हिंदी आवृत्ती.☑️

29) ' Sahajayoga ka mul adhar - Bhartiya Sanskruti '.

30) 'Vishwa ka Prakash'.

31) ' New Millennium Fulfills Ancient Prophecies '.

32) ' The Ascent '.☑️

33) 'The Face of God'.

हिंदी आवृत्ती.☑️

34) 'The Last Judgement '.

35) 'The Tenth Incarnation '.

36) 'H.H.Mataji Shree Nirmla Devi - Ek Divya Avataran '.

37) ' Parmatma Ka Swaroop".

38) 'Utthan'

हिंदी आवृत्ती.☑️

39) 'नवीन सहस्त्रकात प्राचीन वाणी सकरणार '.

40) 'Nav Sahasrabdi '.

41) 'Jail Break '.

42) ' Stress Management Through Sahajayoga '.☑️

43 to 45) 'सहजयोग ज्ञानकोश '. भाग 1 ☑️ 2 ☑️ 3 ☑️

एक इंग्लिश वेबसाईट हैं A to Z . इसमें श्री माताजींके प्रवचनोपर आधारित नोट्स  हैं l  उदाहरणार्थ...

श्री माताजीने,

Adi Guru Dattatraya

Adi Kundalini

Aggression  मतलब 'A',

से लेकर 

Subtle Sustem

Thamse मतलब 'Z',तक जो हजारो बाते बताई हैं वो हैं l 

इसके भाग एक में -292 पॉईंट्स पर श्री माताजीका विवेचन हैं l भाग दोन में -161 और भाग तीन में - 183 पॉईट्स जाणकारी हैं l इस प्रकार  636 विषयोंपर श्री माताजीने जो सहज ग्यान दिया हैं, वो इन तीन ग्रंथमें पढ सकते हैं l 


46) Eternally Inspiring Recollections of Our Holy Mother - Volumes.☑️

47) सहजयोग.☑️

48) सहजयोग व स्तोत्र निरानंद.

49) मातृऋण☑️

50) भारतीय संतोंद्वारा निर्मित साहित्य ग्रंथ-

रामायण, महाभारत, गीता, ज्ञानेश्वरी, अमृतानुभव,संत तुकाराम की गाथा,शिर्डी साईबाबा कथा, इ.


I) सहजयोग प्रचार-प्रसार - (SQ) - श्री माताजींने इस जनम में हमें आत्मसाक्षात्कार दिया हैं, यह श्री माताजीका हम सबके उपर यह मातृऋण हैं l सहजयोग का प्रचार और प्रसार करके हमें यह मातृऋण चुकाना हैं l 

50) 'Sahajayoga Prachar Prasar'. 

51) 'Sahajayoga Prachar Prasar ka Anand'. हिंदी.☑️

52) 'The Joy of Spreading '.


J) Sahajayoga Mantra Book-(SQ)

हम जब सहजयोग करते हैं तब हम  60 से ज्यादा देवी-देवतांयोंके मंत्र कहते हैं l  मतलब इतनी सारी देवी -देवतांयोंकी हम आराधना करते हैं l 


53 ) 'Nirmala Vidya'.☑️


K ) सहज कृषी- सहजयोग का यह और एक आयाम हैं l यहाँ जो भी किसान सहजयोगी हैं वो सहज कृषी करे l सहज कृषी यह एक सरल और आसान तरिका हैं l 


L) पूजा, हवन विधी- (SQ)

54) 'Archana - Adorations'.


M) Baba Mama -(EQ)

55) 'My Memories '. हिंदी.


इसके अलावा ऑकेजनली चैतन्यदीप,☑️ सहजक्रांती,☑️ महिला सेमिनार के वक्त  प्रकाशित गृहलक्ष्मी,☑️ ऐसे बहुत सारे सोवेनिअर्स प्रकाशित हुये हैं l 

सहजयोगापर विश्वभर में बहुत सारा संकलन, लिखाण, संशोधान,सुरु हैं l इसलिये ऐसे ज्ञात, अज्ञात बहुत साहित्य प्रकाशित हुआ होगा l आप ऑनलाईन सर्च करके नयी किताबे, literature ढुंढ सकते हैं l 


डिजिटल माध्यमसे ज्यादा किताब पढाई बहुत प्रभावी हैं l हम जब कोई किताब पढते हैं, या कोई लिखते हैं  तब आंखोसे देखा जाता हैं, मुहसे बोला जाता हैं l मस्तीष्क में ग्यान प्रोसेस किया जाता हैं, रिटेन किया जाता हैं l  हृदय तक भावनांये पहूँचती हैं l हातसे किताब को हॅन्डल किया जाता हैं l इस प्रकारसे पंचेद्रियोंका उपयोग होने की वजहसे  जो कुछ पढा वो रिटेन होने के संभावना अधिक होती हैं l 


डिलिटल मीडियाके अती उपयोग की वजहसे अपना ब्रेन खराब हो रहा हैं l ब्रेन रॉट हो रहा हैं l ब्रेन रॉटिंग ना हो इसलिये भी किताबे पढना जरुरी हैं l 


उपर दिये गये सूचीमेंसे कुछ किताबे,'दी लाईफ इटरनल ट्रस्ट पुणे' ने प्रकाशित हैं l और वो किताबे स्टॉलपर उपलब्ध हैं l आप वो खरीद सकते हैं l 


आखिरमें हम सबकी शुद्ध इच्छा हैं की हमारा आध्यात्मिक utthan  हो l इसलिये हमें ऐसा कुछ करना चाहीये 

जिसकी वजहसे 

आपका चित्त श्री माताजींके चरणोमें स्थिर हो जाये ,या ऐसा कुछ करे जिसकी वजहसे श्री माताजींका चित्त आपकी तरफ आये l 

श्री माताजी की किताबे पढेंगे, स्पीचेस सुनेंगे, ध्यान करेंगे तों यह घटित होनेकी संभावना जादा हैं l 


मुझे आपके साथ एक अनुभव शेअर करना हैं l  श्री माताजींकी कृपासे कुछ दिन पहले मैंने एक मेहमान को सेल्फ रिअलायझेशन दिया l 

इसके पहले वो ब्रिदिंग पर चित्त रखकर ध्यान किया करते थे l उन्होने मुझे पूछा,"ध्यान करते वक्त चित्तको ब्रिदिंग के उपर रखा तो ठीक रहेगा क्या? " 


मैंनें कहाँ , " ऐसा करनेसे कुछ हद तक फायदा हो सकता हैं l लेकिन पुरा नहीं l क्योकी स्थूल शरीर के बारेमें सोचे तों ब्रिदिंग यह शरीर की ऐसी घटना हैं जो वर्तमान में घटीत होती हैं l इससे हमें ये अहसास होगा की हमारी सांस चल रही हैं l  हो सकता हैं की हम आग्या चक्रपेही अटक जाये l 

भेहतर होगा की आप आपका चित्त सहस्त्रार चक्र पे रखें l क्योकी जैसे स्थूल शरीर को ब्रिदिंग का अहसास होता हैं वैसे सूक्ष्म शरीर को चैतन्य का अहसास होता हैं l आप ध्यान करेंगे तब भी और ना करेंगे तब भी सहस्त्रार चक्रपर चैतन्य का अहसास महसूस करे l इससे आपको ध्यानके लिए जादा फायदा होगा l हमारे इस बातचीत का उन्हे फायदा हुआ, लेकिन मेरा ज्यादा फायदा हुआ l उसके बाद मेरी vibrations awareness level बढ गयी हैं l 


कृपा करके खुदके Spiritual Ascent के लिए श्री माताजींके ओरिजिनल किताबे पढे और बेहतर सहजयोगी बने l


Sources  & Resources..


sahajaworld.org

 library.sahajaworld.org


shrimatajifoundation.org


sahajayoga.org.in


sahajayoga on Wikipedia 


LETPUNE प्रकाशित किताबे l 


जय श्री माताजी!

संकलन - योगीराज देवकर.

सहजायोगी, पुणे.



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